रेनेसां द्रोण पब्लिक स्कूल में एआई और रोबोटिक्स प्रदर्शनी ने दिखाई भविष्य की तस्वीर।
डोईवाला : रेनेसां द्रोण पब्लिक स्कूल में एआई और रोबोटिक्स प्रदर्शनी ने दिखाई भविष्य की तस्वीर।
ज्योति यादव – “रोबोटिक्स पर आधारित है किसी भी देश का भविष्य”
डोईवाला। रेनेसां द्रोण पब्लिक स्कूल में रविवार को आयोजित कंप्यूटर साइंस एवं एआई रोबोटिक्स प्रदर्शनी ने छात्रों की तकनीकी समझ, रचनात्मकता और इनोवेशन की शानदार मिसाल पेश की। विभिन्न कक्षाओं से जुड़े छात्रों ने ऐसे रोबोट व प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए जो आने वाले स्मार्ट भविष्य को साकार करने की क्षमता रखते हैं।
प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण रहा “मार्स पर जीवन” मॉडल, जिसमें यह दर्शाया गया कि भविष्य में मनुष्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स की मदद से लाल ग्रह पर स्मार्ट आवास, ऑक्सीजन उत्पादन और स्वचालित खेती के माध्यम से कैसे सुरक्षित जीवन व्यतीत कर सकता है। इसके साथ ही छात्रों ने स्मार्ट मॉल, स्मार्ट आर्मी बेस, स्मार्ट होम सिस्टम और स्मार्ट अटेंडेंस सिस्टम जैसे मॉडल भी प्रस्तुत किए, जो दर्शकों के लिए अत्यंत आकर्षण का केंद्र बने।
समाज–सेवा से जुड़े नवाचारी मॉडल
प्रदर्शनी में छात्रों ने सामाजिक योगदान वाले प्रोजेक्ट भी पेश किए, जिनमें स्मार्ट व्हीलचेयर, स्मार्ट डस्टबिन और दृष्टिबाधितों के लिए स्मार्ट जूते प्रमुख रहे। सेंसर आधारित इन मॉडलों में एआई तकनीक का उपयोग कर दैनिक जीवन की जटिलताओं को सरल और सुरक्षित बनाने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षिकाएँ रश्मि नेगी, ऋचा बंसल, लक्ष्मी डोभाल, तथा प्रशासनिक अधिकारी संजय जिंदल और संदीप सिंह की सराहनीय भूमिका रही। उन्होंने छात्रों को हर संभव तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया।
अभिभावकों और आगंतुकों ने की प्रशंसा
अभिभावकों व शिक्षकों ने छात्रों द्वारा बनाए गए मॉडलों की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रदर्शनी आने वाले टेक्नोलॉजी उन्मुख भारत की एक झलक प्रस्तुत करती है। बच्चों का आत्मविश्वास, तकनीकी समझ और नवाचार उनकी भविष्य के प्रति उत्कृष्ट तैयारी को दर्शाता है।
विद्यालय प्रबंधन और प्रधानाचार्य ने छात्रों की उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा कि “बच्चों ने जिस रचनात्मकता और तकनीकी ज्ञान का प्रदर्शन किया है, वह निश्चित रूप से उन्हें भविष्य में तकनीकी दुनिया में नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएगा।”
प्रबंधक मनीष वत्स ने रोबोटिक मॉडलों को अत्यंत उपयोगी और प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयास विद्यार्थियों के इनोवेशन और स्किल डेवलपमेंट का मजबूत आधार तलाशते हैं।
🎤 बाइट
मनीष वत्स (प्रबंधक) – “छात्रों की कल्पनाशक्ति और तकनीकी उपयोग अद्भुत है। यह भविष्य के डिजिटल और रोबोटिक भारत की नींव है।”
🎤 पेरेंट्स – “बच्चों ने जिस आत्मविश्वास और इनोवेशन के साथ प्रस्तुतीकरण दिया है, वह प्रशंसनीय है।”
🎤 छात्रा मान्या – “हम चाहते हैं कि हमारी रोबोटिक तकनीक समाज के लिए उपयोगी साबित हो और लोगों के जीवन को आसान बनाए।”


































































































































































































































































