सलेमपुर–रावली महदूद में फिर फल-फूल रहा अवैध कॉलोनी कारोबार, HRDA की कार्रवाई के बावजूद बिना नक्शा पास कराए प्लॉटों की धड़ल्ले से बिक्री, स्थानीयों में रोष
हरिद्वार — बहादराबाद ब्लॉक के सलेमपुर रावली महदूद और रोशनाबाद क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों का जाल एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। हरिद्वार–रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) की पूर्व कार्रवाई और बुलडोजर चालाने के बावजूद कॉलोनी माफिया बिना नक्शा पास कराए जमीन काटने और प्लॉट बेचने में जुटे हैं। स्थिति यह है कि निर्माण प्रतिबंधित होने के बावजूद नए मकानों की दीवारें खड़ी हो रही हैं और प्रशासनिक नियंत्रण पूरी तरह बेअसर दिख रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सलेमपुर में बनाई जा रही कॉलोनी की हालत शुरुआत से ही बदतर है। न जल निकासी का इंतज़ाम, न सड़कें, न मूलभूत सुविधाओं का कोई खाका फिर भी खुलेआम प्लॉट बेचे जा रहे हैं। कॉलोनी का विकास ऐसे हो रहा है मानो नियमों का अस्तित्व ही न हो।
चौंकाने वाली बात यह है कि जिस कॉलोनी पर कुछ समय पहले HRDA का बुलडोजर चल चुका है, वही कॉलोनी दोबारा सक्रिय होकर अपने पुराने ढर्रे पर लौट आई है। प्लॉटों की खरीद-बिक्री जारी है और निर्माण भी तेज़ी से बढ़ रहा है। सबसे बड़ा सवाल यही है जब HRDA ने पहले कार्रवाई कर कॉलोनी को अवैध घोषित किया था, तो अब किसकी अनुमति से यह काम दोबारा शुरू हो गया?
आरोप है कि कॉलोनी माफिया मौके का फायदा उठाकर लोगों की मजबूरी को भुना रहे हैं। न कोई निगरानी, न कोई रोक और न ही HRDA की ओर से कोई ताज़ा कार्रवाई दिखाई दे रही है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यदि ऐसी ही रफ्तार से अवैध कॉलोनियां फलती रहीं, तो भविष्य में जलभराव, सड़क धंसने और बुनियादी सुविधाओं के अभाव से पूरा क्षेत्र संकट में घिर सकता है।
अब लोग प्रशासन से यही सवाल पूछ रहे हैं कि क्या HRDA की पुरानी कार्रवाई सिर्फ दिखावा थी, या फिर अवैध कॉलोनियों को दोबारा सिर उठाने की किसी ने मौन स्वीकृति दे रखी है?


































































































































































































































































