कन्नौज से बड़ी खबर: पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का विवादित बयान।।
कन्नौज से बड़ी खबर: पूर्व सांसद सुब्रत पाठक का विवादित बयान।।
भाषा की मर्यादा भूले सुब्रत पाठक, राहुल-अखिलेश पर भड़के शब्दों के तीर।।
विशेष सवाददाता : अभिषेक यादव
दिनांक :19/09/25
कन्नौज। भारतीय राजनीति में बयानबाज़ी का स्तर एक बार फिर सुर्खियों में है। कन्नौज के पूर्व सांसद और भाजपा नेता सुब्रत पाठक ने एक ऐसा विवादित बयान दे दिया है, जिसने सियासी हलचल तेज़ कर दी है।
सुब्रत पाठक ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि “जब भारत में नेपाल जैसी क्रांति आएगी, तो सबसे पहले राहुल गांधी और अखिलेश यादव के घरों को फूँक दिया जाएगा।” उनके इस बयान ने विपक्षी दलों को आक्रामक बना दिया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र के खिलाफ ज़हर उगलने वाला वक्तव्य बताया है। वहीं भाजपा नेताओं को अब जवाब देते नहीं बन रहा है।
जानकारी के मुताबिक, यह बयान किसानों की समस्याओं और विपक्ष के आरोपों पर बोलते हुए आया। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल भ्रम फैलाने का काम करता है और जनता अब क्रांति के मूड में है। लेकिन “घर फूंकने” जैसी शब्दावली ने उनके बयान को बेहद सनसनीखेज बना दिया।
स्थानीय राजनीति में सुब्रत पाठक का यह बयान कोई पहला विवाद नहीं है। इससे पहले भी वे विपक्षी नेताओं पर तीखी टिप्पणी कर चुके हैं। लेकिन इस बार राहुल और अखिलेश को सीधे निशाने पर लेने से सियासी गर्मी और बढ़ गई है।
कांग्रेस और सपा ने चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय से शिकायत करने का ऐलान किया है। वहीं, भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी अंदरखाने नाराज़गी जताई है कि ऐसे बयानों से पार्टी की छवि पर असर पड़ता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बयानबाज़ी की यह आग चुनावी माहौल को और ज्यादा गर्म कर सकती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पार्टी नेतृत्व सुब्रत पाठक पर क्या रुख अपनाता है—कार्रवाई या बचाव?
👉 कुल मिलाकर, कन्नौज से उठी यह “घर फूंकने” वाली राजनीति अब दिल्ली तक गूंजने लगी है।
रिपोर्ट : न्यूज़ हरिद्वार संवाददाता

































































































































































































































































