December 14, 2025
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गैरसैंण सत्र का समय घटाने पर समाजवादी पार्टी का हमला, सरकार से किए तीखे सवाल।।

गैरसैंण सत्र का समय घटाने पर समाजवादी पार्टी का हमला, सरकार से किए तीखे सवाल।।

देहरादून। समाजवादी पार्टी ने गैरसैंण सत्र को मात्र डेढ़ दिन में समाप्त करने पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डा. सत्यनारायण सचान ने प्रेस वार्ता कर सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि गैरसैंण को हमेशा से हाशिये पर रखा जा रहा है, जबकि यह उत्तराखंड की जनता की आकांक्षाओं का केंद्र है।

डा. सचान ने कहा कि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गैरसैंण में चार दिन का विधानसभा सत्र होना था, लेकिन सरकार ने इसे जल्दबाज़ी में केवल डेढ़ दिन में निपटा दिया और वापस देहरादून लौट आई। इससे विपक्ष को राज्यहित से जुड़े गंभीर मुद्दों को उठाने का पर्याप्त अवसर ही नहीं मिल पाया। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता की भावनाओं और गैरसैंण की गरिमा की लगातार अनदेखी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड इस समय बाढ़ और आपदाओं की चपेट में है। जगह-जगह मकान ढह रहे हैं, नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, ग्लेशियर पिघलने से नई झीलें बन रही हैं। इन परिस्थितियों पर विधानसभा में गंभीर चर्चा होनी चाहिए थी ताकि राहत व पुनर्वास की ठोस रणनीति बन सके। लेकिन सरकार ने इन मुद्दों को नजरअंदाज कर जनता के साथ अन्याय किया है।

डा. सचान ने राज्य की सबसे बड़ी चुनौती बेरोजगारी और पलायन को भी सदन में अनदेखा करने पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवा रोजगार के लिए लगातार बाहर पलायन कर रहे हैं। गांव खाली हो रहे हैं और राज्य की मूल पहचान संकट में है। बावजूद इसके सरकार इन ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा तक नहीं करती।

समाजवादी पार्टी नेता ने कहा कि 2000 में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उत्तराखंड राज्य बनाया था, उसी समय गैरसैंण को स्थायी राजधानी घोषित कर देना चाहिए था। लेकिन अब तक केवल वादे ही किए जा रहे हैं, जबकि देहरादून केंद्रित राजनीति ने गैरसैंण की उपेक्षा की है।

उन्होंने सरकार से पूछा कि आखिर गैरसैंण को स्थायी राजधानी क्यों नहीं घोषित किया जा रहा है? क्या यह केवल जनता को भ्रमित करने का साधन है? सचान ने कहा कि गैरसैंण की अनदेखी प्रदेश की जनता के लिए शुभ संकेत नहीं है और सरकार को अपने निर्णयों पर पुनर्विचार करना चाहिए।

बाइट: डा. सत्यनारायण सचान, राष्ट्रीय सचिव, समाजवादी पार्टी

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