हरिद्वार में ओवरलोड और तेज रफ्तार वाहनों का कहर, तीर्थयात्रियों की जान जोखिम में,,परिवहन विभाग की कार्यवाही लगातार जारी

परिवहन विभाग का दावा – लगातार हो रही कार्रवाई, जनता ने मांगी ज़मीन पर सख्ती
हरिद्वार में इस समय तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के बीच ओवरलोड और तेज़ रफ्तार वाहनों का आतंक बड़ा खतरा बन गया है। हाईवे से लेकर चारधाम यात्रा मार्ग तक—डंपर, बस और अन्य भारी वाहन न सिर्फ ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती भी बन गए हैं।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यात्रा सीजन में ट्रैफिक नियंत्रण की जिम्मेदारी निभाने में प्रशासन नाकाम नजर आ रहा है। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में नियमविरुद्ध पार्किंग, सवारी वाहनों की मनमानी और डंपरों की ओवरलोडिंग आम हो गई है।
ओवरलोडिंग पर विभाग की सख्ती:
इस विषय में एआरटीओ प्रवर्तन अधिकारी नेहा झा ने कहा –
“हम लगातार चेकिंग अभियान चला रहे हैं। पिछले एक महीने में 100 से अधिक ओवरलोड और नियम तोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई की जा चुकी है। साथ ही, चालकों को नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।”
इसी कड़ी में आरटीओ टैक्स ऑफिसर वरुणा खंडेलवाल ने बताया –
“परिवहन विभाग यात्रा सीजन को ध्यान में रखते हुए हर रोज रूटीन चेकिंग कर रहा है। हमारी टीमों को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि नियम तोड़ने वालों पर तत्काल चालान और जब्ती की कार्रवाई की जाए।”
जनता की मांग – कागज नहीं, सख्ती ज़रूरी:
हालांकि आम लोगों की मांग है कि सिर्फ चालान काटना काफी नहीं है। नियमों का खुलेआम उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि सड़क पर असर नजर आए।
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या विभागीय अभियान सड़कों पर ठोस नतीजे दे पाएगा या फिर ये केवल आंकड़ों तक ही सीमित रह जाएंगे।