August 6, 2025
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अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी का बड़ा बयान: फर्जी लोग कर रहे आश्रम पर कब्जे की साजिश

हरिद्वार,आज हम बात करेंगे पायलट बाबा आश्रम विवाद पर, जहां अखाड़ा परिषद और शिष्यों के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है।दरअसल, पायलट बाबा के निधन के बाद उनके शिष्यों के बीच आश्रम के वारिस को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी के अनुसार, पायलट बाबा की वसीयत के तहत कीको आईकावा श्रद्धा और चेतन को उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया है। हालांकि, इस फैसले का पूनम, शंभू, ब्रह्मानंद और अन्य शिष्यों द्वारा विरोध किया जाता रहा है स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि हाल ही में पूनम, शंभू, ब्रह्मानंद और अन्य ने कथित रूप से बलपूर्वक आश्रम पर कब्जा करने की कोशिश की, जिससे तनावपूर्ण माहौल बन गया।
इस घटनाक्रम के बाद महंत रवींद्र पुरी खुद आश्रम पहुंचे और स्पष्ट किया कि वसीयत के अनुसार कीको आईकावा,श्रद्धा और चेतन ही आश्रम के उत्तराधिकारी होंगे फर्जी लोग षड्यंत्र रचकर आश्रम पर काबिज नहीं हो सकते

महंत रवींद्र पुरी का बयान:
“हम किसी भी हालत में आश्रम पर अवैध कब्जा नहीं होने देंगे। जो भी इसके खिलाफ जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, अखाड़ा परिषद के रहते हुए फर्जी लोग षड्यंत्र रचकर आश्रम पर कब्जा नहीं कर सकते।

सूत्रों के अनुसार

पूनम, ब्रह्मानंद, शंभू और अन्य पर कानूनी मुकदमा दर्ज किया जा सकता है, एल आई यू इन लोगों की जांच भी लगातार कर रही है कुछ तथ्य ऐसे भी सामने आया है जिनमें इनकी मनसा पर संदेह जताया जा सकता है पायलट बाबा की जीवित रहते हुए कभी भी इन्होंने कोई विरोध नहीं किया।

आश्रम में पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कीको आईकावा,श्रद्धा और चेतन के खिलाफ लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं और आश्रम पर जबरन कब्जा करने की कोशिश गलत मानसिकता को दर्शाती है।

समर्थन और प्रतिक्रिया:
कई संत-महात्माओं ने भी महंत रवींद्र पुरी के बयान का समर्थन किया है। उनका कहना है कि अखाड़ा परिषद का फैसला ही अंतिम होना चाहिए और इस तरह के विवादों से संत समाज की छवि को ठेस पहुंचती है।

हठयोगी का क्या कहना

पायलट बाबा आश्रम पर कब्जा करना गलत बात है महंत की चेतावनी के बाद भी अगर आगे शिष्यों ने कब्जा करने की कोशिश की तो हम चुप नहीं बैठेंगे, पुलिस प्रशासन को मामले की गंभीरता को देखते हुए पूनम ब्रह्मानंद शंभू और अन्य लोगों पर मामला दर्ज करना चाहिए,

निष्कर्ष:
एसआईटी द्वारा इस मामले की जांच जारी है, लेकिन इस विवाद से हरिद्वार का माहौल गर्माया हुआ है। अब देखना होगा कि आगे की कार्रवाई क्या होती है और क्या कानूनी रूप से इस विवाद का हल निकलता है।

हरिद्वार न्यूज़ की यह विशेष रिपोर्ट पायलट बाबा आश्रम विवाद पर। आपकी इस मामले पर क्या राय है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।

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