डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने किया भगवान वाल्मीकि मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण।।
डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने किया भगवान वाल्मीकि मंदिर के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण।।
भक्तों की सुविधा और धार्मिक आस्था को दिया सम्मान, कहा — “मंदिरों का संरक्षण हमारी संस्कृति की पहचान”
डोईवाला, ज्योति यादव।
वाल्मीकि जयंती के पावन अवसर पर मंगलवार को डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला ने राजीव नगर स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण किया। इस अवसर पर क्षेत्रवासियों में उत्साह का माहौल देखने को मिला। विधायक गैरोला ने मंदिर समिति और नगर पालिका के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि धार्मिक स्थलों का संरक्षण और सौंदर्यीकरण हमारी संस्कृति की जड़ों को सशक्त बनाता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, और यहां के मंदिर न केवल आस्था के केंद्र हैं, बल्कि समाज को जोड़ने का कार्य भी करते हैं। भगवान वाल्मीकि के आदर्श और शिक्षाएं आज भी समाज को सही दिशा दिखाती हैं। उन्होंने कहा कि मंदिरों को सुव्यवस्थित करने और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सरकार और जनप्रतिनिधियों की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा।
इस अवसर पर विधायक गैरोला ने बताया कि करीब 3 लाख रुपये की लागत से मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण कार्य पूर्ण हुआ है, जो स्थानीय जनता की लंबे समय से चली आ रही मांग थी। उन्होंने मंदिर समिति की सराहना करते हुए कहा कि समाज के सामूहिक प्रयासों से ही विकास कार्य संभव होते हैं।
कार्यक्रम के दौरान नगर पालिका सभासद अमित कुमार ने विधायक गैरोला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मंदिर के सौंदर्यीकरण से श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी और क्षेत्र का धार्मिक वातावरण और अधिक भव्य बनेगा।
इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र सिंह नेगी, विक्रम नेगी, सभासद प्रतिनिधि अनुज कालरा, सुरेश सैनी, अध्यक्ष विनोद बोहत, उपाध्यक्ष राजेश बोहत, महासचिव सचिन टांक, कोषाध्यक्ष मिथुन, प्रचार मंत्री सौरभ राजोरिया, अंकित टांक, रोहित, बिल्लू, राहुल, बिजेंद्र, विरु समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के समापन पर विधायक बृजभूषण गैरोला ने कहा कि भगवान वाल्मीकि के आदर्शों को आत्मसात कर समाज में समानता, सेवा और सद्भाव की भावना को मजबूत करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
(बाइट: विधायक बृजभूषण गैरोला — “मंदिरों का सौंदर्यीकरण केवल ईंट-पत्थर का काम नहीं, बल्कि समाज की आस्था और संस्कृति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता
का प्रतीक है।”)
रिपोर्ट: न्यूज़ हरिद्वार संवाददाता
































































































































































































































































