एसएसपी के सामने रोई मां, बोली– जरा-जरा से लड़के गोली चला रहे हैं, मेरे बेटे को बचाओ
“देवभूमि हरिद्वार में अपराध का साया, मां के रुदन से कांपा पुलिस प्रशासन”
विशेष संवाददाता।
मंगलवार, 30सितम्बर, 2025
कप्तान प्रमेंद्र डोभाल के कार्यकाल में लॉ एंड ऑर्डर बेकाबू, अपराध का ग्राफ बढ़ा
हरिद्वार। देवभूमि हरिद्वार, जो आध्यात्मिकता और आस्था का प्रतीक है, आज अपराध की घटनाओं से दहशत में है। जनपद में खुलेआम गोलीबारी, हत्या, डकैती, स्नैचिंग और नशे का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। मुख्यमंत्री के 2025 तक नशामुक्त प्रदेश बनाने के आदेश के बावजूद अवैध कारोबार पर रोक नहीं लग सकी है।
ताज़ा मामला हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र का है, जहाँ 18 वर्षीय छात्र सुमित चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रात में हुई इस वारदात के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक की मां का दर्द एसएसपी परमेंद्र डोभाल और एसपी सिटी पंकज गरोला के सामने फूट पड़ा। मां बार-बार चीत्कार कर कहती रही—
“जरा-जरा से लड़के गोली चला रहे हैं, मेरे बेटे को बचाओ।”
इस करुण पुकार से मौजूद लोग भी स्तब्ध रह गए।
कम उम्र के लड़कों में हथियारों के इस्तेमाल की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं। जनपद में आए दिन गोलियों की आवाज गूंजने से दहशत का माहौल है। जनता का कहना है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि पुलिस-प्रशासन भी लाचार दिख रहा है।
बीते दिनों हरियाणा पुलिस के उपनिरीक्षक पर बस अड्डे के पास गोली चलाई गई और कटरापुर प्रकरण में युवक को सिर व गर्दन पर गोली मारी गई। पथरी क्षेत्र में एक लड़की को छत से फेंकने की घटना हुई, वहीं बलात्कार और पॉक्सो के केस भी दर्ज होते रहे।
जनता का आरोप है कि कप्तान प्रमेंद्र डोभाल के कार्यकाल में अपराधियों में पुलिस का भय नहीं है। कई थानों पर झूठे मुकदमे बिना जांच दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे पीड़ित लोग न्याय पाने के बजाय प्रताड़ित हो रहे हैं।
इसी बीच, हरिद्वार में जेहाद से जुड़े मामलों को लेकर भी चिंता बढ़ी है। हिंदू विचारधारा से जुड़े लोगों का कहना है कि यह घटनाएँ पुलिस-प्रशासन की विफलता का नतीजा हैं। उनका कहना है कि यूपी की तर्ज पर जेहादी मानसिकता के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी है।
लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि कई पुलिस अधिकारी राजनीति और पैसों के दबाव में कानून व धर्म के विरुद्ध काम कर रहे हैं। हालांकि विभाग में कुछ ईमानदार अधिकारी भी हैं जिनकी वजह से हालात संभले हुए हैं।
धर्म संसद हिंदू रक्षा सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरी का कहना है कि देवभूमि को आध्यात्मिक केंद्र माना जाता है, लेकिन जमीनी स्तर पर न्याय और सुरक्षा की गारंटी नहीं दिख रही। लोग न्याय के लिए भटक रहे हैं, विश्वास डगमगा चुका है।
जनता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील की है कि वे हरिद्वार की बिगड़ती स्थिति पर विशेष ध्यान दें। क्योंकि हरिद्वार सिर्फ एक जिला नहीं, बल्कि “हरी का द्वार” है — और इसे अपराधियों तथा जिहादी मानसिकता से मुक्त कराना सरकार की जिम्मेदारी है।
































































































































































































































































