जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एक्शन मोड़ में,, समस्त अधीनस्थों की दी हिदायत,,

हरिद्वार के नव नियुक्त जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर पहली बड़ी समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा — “कार्यों में लीपापोती किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर व्यवस्था समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्ता के साथ पूरी होनी चाहिए।”
डीएम ने यह भी कहा कि कांवड़ यात्रा देवभूमि की प्रतिष्ठा से जुड़ी है, अतः हर श्रद्धालु को यहां पहुंचकर आस्था और स्वागत का वास्तविक अनुभव होना चाहिए। उन्होंने ‘कांवड़ यात्रा को सभी अधिकारियों की विशेष प्राथमिकता’ में रखने का आदेश दिया।
डीपीआर हो ‘वास्तविक और वैज्ञानिक’ — तभी मिलेगी धनराशि
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी विभाग सोमवार तक अपने-अपने विभागीय डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) जिला कार्यालय को सौंपें। सभी प्रस्तावों की समीक्षा के बाद ही बजट जारी किया जाएगा।
स्वास्थ्य और आपदा की तैयारी: विशेष निर्देश
मेडिकल कैंप स्थलों का तत्काल चयन कर डॉक्टरों की नियुक्ति सुनिश्चित करने को कहा।
एन्टी वेनम दवाओं, गर्भवती महिलाओं के लिए वैकल्पिक प्रसव केंद्रों और 108 एम्बुलेंस की मुकम्मल व्यवस्था के निर्देश दिए।
निजी चिकित्सा शिविरों के संचालन के लिए सीएमओ द्वारा विधिवत अनुमति लेने के आदेश भी जारी किए गए।
साफ-सफाई और गौशाला प्रबंधन पर सख्ती
कांवड़ मार्गों की छाड़ियों की सफाई, मानसून में जलभराव से बचाव के निर्देशों के साथ, 30 जून तक सभी शौचालय फंक्शनल करने का लक्ष्य रखा गया है।
लावारिस गौवंश को पकड़कर नज़दीकी गौशालाओं में भेजने के आदेश नगर निकायों को दिए गए।
बिजली, खाद्य, और पेट्रोल पंपों की तैयारियाँ भी शामिल
विद्युत विभाग को ‘शून्य करंट दुर्घटना’ सुनिश्चित करने के निर्देश।