सीजफायर पर बोले महामंडलेश्वर: बार-बार युद्ध नहीं, एक बार निर्णायक विजय ज़रूरी”

पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को किया याद, मोदी सरकार के फैसले को बताया दूरदर्शी, लेकिन दिया पृथ्वीराज का उदाहरण
रिपोर्ट:
उत्तराखण्ड। भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी तनाव और हालिया सीजफायर के बीच हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने एक अहम बयान देते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब भारत को बार-बार के युद्धों की बजाय एक बार निर्णायक विजय की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।
वरिष्ठ महामंडलेश्वर ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को हम आज के परिप्रेक्ष्य में बड़ी श्रद्धा से याद करते हैं। उन्होंने शांति और संवाद का मार्ग अपनाया, लेकिन जब जरूरत पड़ी तो करगिल युद्ध में कठोर निर्णय लेने से भी पीछे नहीं हटे। वो एक महान राष्ट्रनायक थे।”
हालांकि उन्होंने वर्तमान मोदी सरकार के सीजफायर के निर्णय को ‘दूरगामी दृष्टिकोण’ बताया, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि बार-बार युद्ध होना उचित नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “हमें एक बार में निर्णायक युद्ध करके देश की सुरक्षा को स्थायी बनाना चाहिए।”
इतिहास का उदाहरण देते हुए स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने कहा, “मोहम्मद गौरी को पृथ्वीराज चौहान ने कई बार छोड़ दिया था, और इसका परिणाम संपूर्ण हिंदू धर्म और भारत भूमि को भुगतना पड़ा। अब हमें इतिहास से सीख लेकर निर्णायक और ठोस नीति अपनानी चाहिए।”
उन्होंने मोदी सरकार से अपील करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि अतीत की गलतियों से सबक लेकर एक ठोस और स्थायी समाधान की ओर कदम बढ़ाए जाएं।
जनमानस की प्रतिक्रिया मिली-जुली
सीजफायर के फैसले पर जनता की राय बंटी हुई नजर आ रही है। जहां कुछ इसे शांति की ओर कदम मानते हैं, वहीं कुछ वर्ग इसे अस्थायी समाधान मानते हैं जो लंबे समय तक कारगर नहीं रहेगा।